ऐसा स्कूल जहां पढ़ाई से पहले बच्चों को टॉयलेट साफ करना पड़ता है, थालियां भी साफ कराई जाती हैं


 


मध्य प्रदेश के जबलपुर में शहपुरा जिले के धरती कछार और छपरा प्राथमिक स्कूलों में बच्चों को शिक्षा तब मिलती है जब वह स्कूल के शौचालय साफ करते हैं। नीरज उपाध्याय, जबलपुरमध्य प्रदेश के जबलपुर में शहपुरा जनपद के धरती कछार और छपरा प्राथमिक स्कूलों में बच्चों को शिक्षा तब मिलती है, जब वह स्कूल के शौचालय साफ कर लेते हैं। मध्यान्ह भोजन (मिड डे मील) भी तब मिलता है, जब वह थालियां साफ करते हैं। बरगी क्षेत्र के शहपुरा ब्लॉक के धरती कछार स्कूल में छात्रों से भोजन के पहले और भोजन के बाद थालियां धुलवाई जा रही हैं। थालियां धुलवाने की तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके हैं। कई बार जिला शिक्षा विभाग के अधिकारियों तक इसकी शिकायत ग्रामीणों ने पहुंचाई पर आज तक जिम्मेदार शिक्षकों पर कार्रवाई नहीं हुई। वहीं, छपरा प्राथमिक शाला में बच्चों को नहीं नहीं हुईपढ़ाई से पहले शौचालय साफ करना पड़ता है। एक करते वीडियो में बच्चे शौचालय साफ करते हुए देखे जा में सकते हैं। इस वीडियो में छात्र एक शिक्षिका के कहने पर शौचालय साफ करने की बात कह रहे हैं। छात्रों का कहना है कि रोजाना शौचालय साफ करने के बाद ही पढ़ाई करने के लिए कमरों में जाते हैंऔर यह सब स्कूल के शिक्षकों के कहने पर करते हैं। उधर, स्कूल प्रबंधन का तर्क है कि स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए इस तरह के कार्य करवाए जाते हैं, लेकिन इसमें शिक्षक भी सफाई करते हैं। आगे रहकर छात्रों को स्वच्छता के संबंध में सिखाते हैं।